कस्तूरबा गांधी कन्या इंटर कॉलेज भरवारी की प्रधानाचार्य और प्रबंधक के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। डीआइओएस से न्याय नहीं मिला तो प्रबंधक हाईकोर्ट चले गए। अब हाईकोर्ट के आदेश पर प्रधानाचार्य नीलम को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन के बाद बैठक करने आए प्रबंधक को स्कूल का गेट बंद मिला। इससे उन्होंने हंगामा किया बाहर बैठक करके रेखा को प्रिंसिपल बनाने की घोषणा कर दी है।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के प्रबंधक राजेन्द्र खुराना ने वित्तीय अनियमितता व अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए कुछ महीने पहले प्रधानाचार्य नीलम को निलंबित कर दिया था। तब जिला विद्यालय निरीक्षक ने जांच करके नीलम को क्लीन चिट दे दी थी। इससे असंतुष्ट होकर प्रबंधक ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए 5 सितंबर को प्रधानाचार्य नीलम को निलंबित करने का आदेश दिया। 14 सित बर को जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रधानाचार्य को इसकी जानकारी दी। प्रबंधक राजेन्द्र खुराना ने 19 सित बर को कॉलेज परिसर में प्रबंध कमेटी की बैठक करने के लिए नीलम सहित अन्य शिक्षिकाओं को सूचित किया। वह मीटिंग के लिए आए तो स्कूल गेट पर ताला लगा था। अंदर रहे गार्ड नारायण बहादुर राणा ने बताया कि दाई सुनीता सुबह गंगा स्नान करने गई हैं। उसके बाद प्रधानाचार्या नीलम गई और बाहर से गेट का ताला बंद कर गई। प्रबंधक ने इसकी जानकारी डीआइओएस को दी। इसके बाद बाहर ही बैठक की और रेखा श्रीवास्वत को पिं्रसिपल बनाने की घोषणा कर दी। वहीं निलंबित प्रधानाचार्य नीलम ने बताया कि वे पितृ विसर्जन कार्यक्रम पर अपने घर पर हैं। उन्हें निलंबन के बारे में कोई सूचना नहीं है। कॉलेज का गेट का उन्होंने ताला नहीं बंद किया है।




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