जनपद में सोशल मीडिया के जरिये परिवार नियोजन जागरूकता करने की नीति
इलाहाबाद । जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के अंतर्गत परिवार कल्याण विभाग द्वारा परिवार कल्याण के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धर्मगुरूओ की समर्थन हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी के निर्देशनुसार मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय सभागार में धर्मगुरु सम्मलेन का आयोजन किया गया |
एक मंच पर सभी धर्म गुरुओं से परिवार कल्याण के मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा के साथ उनके सहयोग से लोगो को जागरूक करने की नीति बनाई गयी |
डॉ० सतेन्य राय अपर मुख्यचिकित्साधिकारी (RCH) ने बताया कि “प्लानिंग का अर्थ हैं कि किसी भी काम के पहले से योजना बनाना फिर वो परिवार बनाने की ही क्यों न हो I यदि हम सभी काम सोच समझ कर करते हैं तो वो हमारे और समाज के लिए बेहतर होता हैं समाज में परिवार नियोजन का समीकरण हो, हमारे सभी धर्मगुरु समाज का मार्ग दर्शन करते हैं |”
इस चर्चा में डॉ राय ने कहा की विभाग के द्वारा परिवार नियोजन जागरूकता के लिए सभी समुदाय के लिए व्हाट्सएप पर एक सन्देश चलाया जायेगा जिससे जन जन तक परिवार कल्याण विभाग द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों को आसानी से पंहुचाया जा सके |
कार्यक्रम में बढ़ती जनसंख्या , शिक्षा, स्वास्थय व परिवार नियोजन से जुड़े तमाम पहलुओं पर चर्चा की गयी. परिवार नियोजन के साधनों की सही जानकारी का अभाव व उन्हें न इस्तेमाल करना इसके पीछे के बड़े कारण हैं |
इस अवसर पर डॉ. मिसम जैदी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि कोई भी धर्म अपने अपने परिवार को नियोजित करने से नहीं रोकता है कुछ भ्रान्तिया हैं जो कि चुनौती बनी हैं, सभी धर्म का उदेश्य परिवार नियोजन एवं परिवार का विकास है, जिसके लिए जरुरी नहीं है कि महिला या पुरुष नसबंदी की जाएँ परिवार नियोजन के साधन के तहत बहुत सारी विधियाँ हैं जिससे परिवार का नियोजन किया जा सकता हैंI उन्होंने धर्मगुरुओं से आग्रह किया कि वह सभी अपने मंच से इसके लिए लोगो को इसकी जानकारी दे, जागरूक करे ताकि एक स्वास्थ्य और बेहतर शिक्षित समाज का निर्माण किया जा सके |
बैठक में परिवार कल्याण की योजनाओ के बारे में भी बताया गया जिनके तहत लोगों को परिवार नियोजन के साधनों जैसे लिए गर्भनिरोधक गोलियां (माला -एन), कंडोम, कॉपर टी, प्रसवोपरांत लगाईं जाने वाली कॉपर टी, महिला व पुरुष नसबंदी के बारे में जागरूक करने के साथ साथ अन्तरा एवं छाया के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित भी किया जा रहा है. इस बात पर सभी की सहमति दिखी की स्वास्थय से जुड़े विषय को लोगों तक पहुंचाने, उन्हें प्रोत्साहित करने व मिथकों को दूर करने में धर्मगुरु एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.
डॉ वी.के.मिश्र अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि परिवार कल्याण के लिए धर्मगुरु सम्मेलन का आयोजन किया गया ताकि | यह अपने धर्मो में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों में परिवार कल्याण के बारे में भी बताएँगे |
मौलाना ज़रगाम हैदर जामिया इस्ममिया अनवारुल उलूम ने कहा कि “अगर हमें अपने देश को आगे बढ़ाना है तो उसके लिए सबसे पहले हमें जागरुक होना होगा और किसी भी देश के विकास के लिए उस देश में निवास कर रही जनसंख्या का प्रमुख योगदान होता है इस लिए मेरी सभी मजहब के लोगो से अपील है कि वो अपने परिवार को उतना ही रखे जितने को आप अच्छे से उनको शिक्षा और तमाम प्रकार के संसाधन को मुहैया करा सके |’’
कार्यक्रम में सभी धर्म के धर्मगुरु, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, डॉ अनिल संथानी, डॉ अरविन्द कुमार व स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी वर्तिका सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनोद कुमार सिंह, डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (एन.एच.एम), अशफाक अहमद, तकनीकी सहयोग इकाई से मुकेश श्रीवास्तव, डॉ स्मिति सिंह, डॉ सदिक अली, मौजूद रहे |




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