इलाहाबाद । पंडित मदन मोहन मालवीय नेशनल मिशन ऑन टीचर्स टीचिंग योजना के अंतर्गत फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर के रूप में ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज का चयन ना केवल इलाहाबाद वरन पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक गौरव का विषय है ।
आज पत्रकारों से वार्ता के दौरान उक्त जानकारी देते हुए ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ आनंद शंकर सिंह ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत पंडित मदन मोहन मालवीय नेशनल मिशन ऑन टीचर्स टीचिंग योजना के अंतर्गत हमारे कॉलेज को फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने हेतु अनुमति एवं अनुदान प्रदान किया गया है।
उन्होंने बताया कि संबंधित प्रोजेक्ट के प्रस्तुतीकरण हेतु महाविद्यालय को 17 जुलाई 2018 को मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सभागार में अपनी विस्तृत कार्य योजना के साथ उपस्थित होने का निर्देश प्राप्त हुआ था। महाविद्यालय गत एक वर्ष से अहर्निश प्रयत्न इस केंद्र को स्थापित करने की दिशा में कर रहा था देश के 43 प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थानों को कई स्तरों की स्क्रीनिंग के पश्चात अंतिम प्रेजेंटेशन के लिए 17 जुलाई 2018 को बुलाया गया था। जिसमें देश भर से 14 संस्थानों को फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना हेतु चयनित किया गया जिसमें महाविद्यालय को भी चयनित किया गया जो इलाहाबाद क्षेत्र के उच्च शिक्षा हेतु अत्यंत गर्व का विषय है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के क्रियान्वयन कि इस ग्यारहवी प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड द्वारा पहली बार किसी महाविद्यालय को सम्मिलित किया गया जिसमें ईश्वर शरण महाविद्यालय संवत इलाहाबाद विश्वविद्यालय तथा हंसराज कॉलेज संबध दिल्ली विश्वविद्यालय अंतिम रूप से स्थान पाने में सफल रहे ।
डॉ आनंद ने बताया कि इस प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड में लगभग 10 मंत्रालयों के प्रतिनिधियों के साथ ही यूजीसी एनसीटीई एनसीईआरटी एवं न्यूपा के प्रतिनिधि सम्मिलित थे। यह केंद्र शैक्षिक उन्नयन के लिए विभिन्न प्रकार से उच्च शिक्षा से जुड़े शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करेगा जिसमें रिफ्रेशर कोर्स ओरिएंटेशन प्रोग्राम आंत्रप्रेन्योरशिप प्रोग्राम शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम एजुकेशनल लीडरशिप प्रोग्राम इत्यादि सम्मिलित हैं।
उन्होंने बताया कि यह केंद्र विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों के साथ फेकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम अवम शोध अध्ययन को भी आगे बढ़ाएगा। इसके द्वारा शिक्षकों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर वही एपीआई अंक प्राप्त होंगे जो यूजीसी द्वारा विश्वविद्यालयों में संचालित ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट केंद्रों के द्वारा प्रदत्त प्रमाण पत्रों पर होते हैं।
प्राचार्य डॉ आनंद सिंह ने कहा कि हम उच्च शिक्षा से जुड़े हुए सभी शैक्षिक संस्थानों से आवाहन करते हैं कि ईश्वर शरण महाविद्यालय में प्रारंभ होने जा रहे इस केंद्र से आप रिसोर्स पर्सन के रूप में प्रशिक्षु के रूप में शुभ चिंतक के रूप में तथा किसी भी प्रकार के आधार अकादमिक एवं प्रशासनिक सहयोग देने में आप आगे आएं क्योंकि यह केवल इलाहाबाद के लिए ही नहीं वरन संपूर्ण प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण अकादमिक अभियान होगा।
पत्रकार वार्ता के दौरान कॉलेज की अध्यक्ष आर के श्रीवास्तव भी उपस्थित थे जिन्होंने कहा कि महाविद्यालय अपनी पैत्रक संस्थान ईश्वर शरण आश्रम से संचालित है तथा उसके द्वारा प्रदत मानवीय मूल्यों की सतत संवाहक भी है।
उन्होंने कहा कि ईश्वर शरण आश्रम की स्थापना 1935 34 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अस्पृश्यता आंदोलन से प्रभावित होकर की गई थी यह संस्था गांधी विनोबा से लेकर सुश्री निर्मला देशपांडे तक की महान विभूतियों के यहां निरंतर आगमन तथा निर्देशन से प्रारंभ होती रही है।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के जन्म के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ईश्वर शरण आश्रम एवं उसके संबंधित विभिन्न शैक्षिक संस्थाओं में वर्ष पर्यंत विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है जिसका संबंध है ईश्वर शरण पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज कर रहा है।
अध्यक्ष आर के श्रीवास्तव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी जी के स्किल इंडिया के तहत वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम भी हमारे कॉलेज में शुरू किया गया है जो पहला शैक्षिक संस्थान है जहां इस तरीके की ट्रेनिंग प्रोग्राम दिया गया है अन्यथा अब तक यह ईन्गीनियारिंग कॉलेजों को ही मिलता रहा है। इस प्रोग्राम के तहत हमारे यहां ऑटोमोबाइल और फूड प्रोसेसिंग का डिपार्टमेंट दिया गया है जो अपना कार्य शुरू कर चुका है इन दोनों विभागों में 50 50 सीटें हैं जहां पर छात्र सम्मिलित होकर तक छात्र तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
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