इलाहाबाद । रोक के बावजूद इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) परिसर जुलूस निकालकर चुनाव प्रचार करने वाले दो छात्र नेताओं को इविवि प्रशासन ने नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही चेतावनी के बावजूद विश्वविद्यालय से पोस्टर-बैनर न हटाए जाने के मामले में 11 अन्य छात्रों को भी नोटिस जारी किया गया है और उन्हें निलंबन एवं निष्कासन के साथ चुनाव के लिए अपात्र घोषित किए जाने की चेतावनी दी गई है।
बीए द्वितीय वर्ष के छात्र आदित्य सिंह और एमए अंग्रेजी के छात्र सचिन शर्मा ने मंगलवार को 100 से अधिक साथियों के साथ हिंदू हॉस्टल से लेकर विश्वविद्यालय परिसर तक जुलूस निकाला। परिसर में दोनों छात्र नेताओं के समर्थन जमकर नारेबाजी की गई। इविवि प्रशासन की ओर से इस पूरे घटनाक्रम की विडियोग्राफी कराई गई। चुनाव प्रचार के लिए तीन एवं चार अक्तूबर को दिन निर्धारित किया गया है। इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरएस दुबे ने दोनों संभावित प्रत्याशियों को नोटिस जारी कर दिया और वीडियोग्राफी समेत अन्य साक्ष्य चुनाव अधिकारी को भेजकर संबंधित छात्रनेताओं के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति भी की गई। यह चेतावनी भी दी गई कि दोबारा ऐसा हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा चेतावनी के बावजूद चुनाव प्रचार के लिए लगे पोस्टर-बैन न हटाए जाने पर छात्र नेता नितेश सिंह राजपूत, नेहा यादव, उदय प्रकाश यादव, सत्यम पांडेय, रजनीश तिवारी नंदन, बादल सिंह, अतेंद्र सिंह, संदीप वर्मा, शिवम सिंह, ऋषभ द्विवेदी और राहुल यादव को भी नोटिस जारी किया गया है। इसे अनुशासनहीनता मानते हुए छात्र नेताओं को दो दिनों के भीतर परिसर से पोस्टर-बैनर हटाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही चेतावनी दी गई कि पोस्टर-बैनर नहीं हटाए तो उनके खिलाफ निलंबन एवं निष्कासन की कार्रवाई की जा सकती है और उन्हें चुनाव के लिए अपात्र घोषित किया जा सकता है।




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