प्रयागराज । बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए बालिका सशक्तिकरण शिक्षा एवं प्रशिक्षण के माध्यम से बच्चों के जीवन में बदलाव आएगा यह उद्गार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री की धर्मपत्नी सुप्रसिद्ध दन्त चिकित्सक डॉ नीता सिंह ने विधानसभा शहर पश्चिम प्रयागराज में प्रोजेक्ट ‘नन्ही कली’ का शुभारंभ के अवसर पर कही।
नांदी फाउंडेशन के यूपी हेड सुनीता शर्मा ने बताया कि नन्ही कली का प्रोग्राम भारत के 10 राज्यों में संचालित किया जा रहा है।नान्दी फाउंडेशन बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन के लिए लगातार कार्यरत है।जिसमें उच्च प्राथमिक विद्यालय में डिजिटल शिक्षा के माध्यम से बेसिक गणित एवं अंग्रेजी की शिक्षा दी जाती है।
प्रयागराज शहर पश्चिमी में प्रोजेक्ट नन्ही कली के लिए 125 विद्यालय से अधिक प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर के चयन किया गया है जो आर्थिक तौर पे गरीब एवं कमजोर बालिकाओं को कक्षा 1 से 10 तक प्रोत्साहित किया जाएगा।
जहाँ उन्हें विद्यालय का समय समाप्त होने के बाद 2 घण्टे विभिन्न विषयों को ट्यूशन के माध्यम से पढ़ाया जाएगा।बालिकाओं को शैक्षिक सहयोग के अलावा एक किट दी जाएगी जिसमें स्कूल बैग जूते स्टेशनरी के अलावा स्त्री स्वच्छता से सम्बंधित चीजें होगी।पांच हजार नन्ही कलियों का चयन पिछड़ा वर्ग,अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अल्पसंख्यक समुदाय एवं आर्थिक आधार पर किया गया है।इसमें मुस्लिम समाज के एक हजार बालिकाएं शामिल है।
मिस रुपाली जलोटा महिंद्रा एंड महिंद्रा सीएसआर हेड ने कहा बालिकाओं की शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के द्वारा समाज को विकसित करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रोजेक्ट को विधानसभा शहर पश्चिमी में कराने की पहल की है।
प्रोजेक्ट नन्ही कली को एक प्रयोजन सहायता कार्यक्रम के रूप में डिजाइन किया गया है जिससे आर्थिक रूप से सक्षम न होने के बाबजूद भी इन बालिकाओं को पढ़ लिख कर समाज मे अपनी एक खुद की पहचान बनाने का मौका मिल सकेगा।साथ ही कहा प्रोजेक्ट नन्ही कली की शुरुआत 1996 में के सी महिंद्रा एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा भारत मे वंचित बालिकाओं को प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री की धर्मपत्नी डॉ नीता सिंह ने अंजली पाल साजिया वहीदा शेख समा सलोनी सुकन्या गुप्ता अर्पिता दिलकश प्रिया अर्चना आँचल सायबा आदि बालिकाओं को बैग एवं टैबलेट देकर प्रोत्साहित किया।
डॉ नीता सिंह ने कहा अब शहर पश्चिमी की बालिका शिक्षा से वंचित नहीं रहेंगी। कार्यक्रम का संचालन समन्वयक अनिल मेलहोत्रा ने किया।अनुराधा सुवरना ने भी विचार व्यक्त किया।
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