इलाहाबाद | उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, इलाहाबाद इस बार शिक्षक दिवस के अवसर पर एक नई पहल करते हुए लोक एवं जनजातीय कला गुरुओं को केंद्र अपने मंच पर सम्मानित करने जा रहा है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य जन मानस में यह सार्थक सन्देश देना है की हमारे समाज में लोक एवं जनतीय कला को अपना जीवन समर्पित करने एवं उनके संवर्धन के लिए निरंतर प्रयासरत रहने वाले विद्व्जन समाज के लिए किसी धरोहर से कम नहीं हैं।
केंद्र निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर ने आज पत्रकारो से वार्ता के दौरान उक्त जानकारी देते हुए बताया की इस सम्मान का नाम ‘लोकविद्’ सम्मान रखा है जिसे अनर्रवत आगामी वर्षों में भी आयोजित किया जाता रहेगा।
उन्होंने बताया की इस तरह का लोक कलाकारों के लिए कोई भी सम्मान समारोह इस भव्य स्तर का संज्ञान में नहीं आता की देश में कहीं किसी भी जगह मनाया जाता हो। केंद्र अपनी इस अनूठी पहल के प्रथम संस्करण में महोबा से दीवारी एवं पाईडण्डा नृत्य के श्री रामचरण यादव, ललितपुर से राईसैरा नृत्य की श्रीमती सुधा पाण्डेय, सोनभद्र से कर्मा नृत्य के श्री मानिक चंद्र, मथुरा से चरकुला एवं ब्रज के अन्य लोकनृत्य के श्री मदन लाल शर्मा, इलाहाबाद से ढेढ़िया नृत्य की श्रीमती बिना सिंह के साथ लोकगीत और संस्कार गीत की श्रीमती प्रभा सिंह, बिरहा गायन के श्री बचऊ लाल यादव और लोकगीत गायन के श्री लल्लन सिंह गहमरी, मिर्ज़ापुर से कजरी गायन में श्रीमती उर्मिला श्रीवास्तव, जौनपुर से आल्हा गायन में श्री फौजदार सिंह, हमीरपुर से बुंदेली गायन की श्रीमती सिया प्यारी अहिरवार, बनारस से काव्यपाठ के श्री हरिराम द्विवेदी, मथुरा से सांझी लोक चित्रकला के श्री सौरभ गोस्वामी, लखनऊ से टेराकोटा शिल्प के श्री लालता प्रसाद प्रजापति एवं अयोध्या से रामलीला में श्री अवध किशोर पाठक प्रमुख हैं।
श्री ग्रोवर ने और जानकारी देते हुए बताया की इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती अभिलाषा गुप्ता, माननीय मेयर, इलाहाबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन, इलाहाबाद के करकमलों द्वारा इन सभी गुरुजनों को केंद्र द्वारा यथोचित समृति चिन्ह के साथ शॉल एवं पुरस्कार राशि के साथ सम्मानित किया जाएगा एवं प्रतीक स्वरुप तुलसी का पौधा भी दिया जाएगा कि जिस प्रकार ये तुलसी का पौधा सभी को लाभ पहुंचता है और उसके अनेकों लाभ है उसी सामान समाज के लिए सभी गुरुजन अति महत्वपूर्ण हैं।
इसी क्रम में उन्होंने कहा की सम्मान समारोह के समस्त कार्यक्रम केंद्र के प्रेक्षागृह में दिनांक 05 सितम्बर, 2018 को प्रातः 11:00 बजे से आरम्भ होगा जिसमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी समावेश होगा। इस अवसर और पर इलाहाबाद की श्रीमती बिना सिंह एवं दल द्वारा ढेढ़िया नृत्य, गाज़ीपुर के सुनील कुमार एवं दल द्वारा धोबिया नृत्य, महोबा के रामचरण यादव एवं दल द्वारा पाईडण्डा व दिवारी नृत्य, मथुरा के मदनलाल शर्मा एवं दल द्वारा चरकुला एवं ब्रज के अन्य लोकनृत्य तथा जौनपुर के फौजदार सिंह एवं दल द्वारा आल्हा गायन की प्रस्तुतियाँ होंगी।
केंद्र निदेशक श्री ग्रोवर ने उक्त कार्यक्रम में लोक कला गुरुओं के सम्मान हेतु शहर के सभी आम एवं ख़ास शहरियों को इसमें सम्मिलित होकर उनका मान बढ़ने की अपील कि। बैठने की व्यवस्था प्रथम आगत प्रथम स्वागत के आधार पर होगी।




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