इलाहाबाद के पौराणिक एवं ऐतिहासिक स्थलों को धरोहर के रूप में सजोने और उसे पर्यटन महत्व से जोड़ने की दिशा में प्रशासन ने कुछ नये महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। इलाहाबाद को हेरिटेज वाॅक के आयेाजन से इसके पर्यटन महत्व को चमकाने की कार्य योजना पर अमल प्रारम्भ किया जा चुका है। अब इलाहाबाद में सर्वाधिक महत्वपूर्ण तीर्थ द्वादश माधव और गंगा पर बने फाफामऊ प्राचीन कर्जन ब्रिज को इलाहाबाद के पर्यटन सौन्दर्य से जोड़ने की पहल मण्डलायुक्त डाॅ0 आशीष कुमार गोयल के स्तर से की जा रही है।
इलाहाबाद के कर्जन ब्रिज के ऊपर निर्मित पुरानी सड़क के उपर चलना प्रयागवासियों को गंगा के ऊपर स्काई वाॅक का लुत्फ देता रहा है, कुछ स्वयं सेवी संगठनों की ओर से उठायी गयी मांग को मण्डलायुक्त ने अमलीजामा पहनाने की दिशा में पहल करते हुये गंगा के ऊपर इस स्काई वाॅक को और अधिक सुन्दर और सुरक्षित बनाने हेतु रेलवे प्रशासन का इसका प्रस्ताव भेज दिया है।
मण्डलायुक्त ने बताया कि जिस प्रकार नगर के दक्षिणी भाग में यमुना पर बना नयापुल इलाहाबाद के निवासियों और पर्यटकों को प्रयाग का एक सुन्दर दृश्य दिखाता है उसी प्रकार इलाहाबाद के उत्तरी हिस्से में गंगा पर बना प्राचीन कर्जन ब्रिज अपनी ऊचाई से इस पर पैदल चलने वालों को गंगा और प्रयाग का अदभुत दृश्य एवं सुर्याेदय एवं सूर्यास्त के अनुपम नज़ारे दिखाता है। पुराने एवं युरोपियन स्थापत्य के आधार पर बने इस पुल का आज के इलाहाबाद के लिये पर्यटन की दृष्टि से एक विशेष महत्व है।
मण्डलायुक्त ने इस पुल को पर्यटन की दृष्टि से इसे सवांरने एवं इसकी दीवारों को पेंट माई सिटी द्वारा चित्रकारी से सजाने तथा इलाहाबाद के हैरिटेज वाॅक का आकर्षण बनाने के साथ-साथ इलाहाबाद वासियों को स्काई वाॅक के लुत्फ को चिरस्थायी बनाने के लिये रेलवे प्रशासन से न केवल इसे गिराये जाने से रोकने की अपील की है, बल्कि इसे सजाने और हेरिटेज धरोहर के रूप में विकसित करने में सहयोग की मांग भी की हैै। भविष्य में यह पुल उत्तर दिशा से इलाहाबाद में प्रवेश करने वालों के लिये आकर्षण का एक बेहतर नमूना बनाकर प्रस्तुत करने की कार्ययोजना से जोड़ने के लिये मण्डलायुक्त ने पर्यटन विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के लिये भी कहा है।
इसी प्रकार कुछ स्वयं सेवी संगठनों द्वारा मांग किये जाने पर मण्डलायुक्त ने प्रयाग को द्वादश माधव के केन्द्र बिन्दु श्री बेणी माधव की पौराणिक पहचान उजागर करने की दिशा में भी व्यापक पहल की है। मण्डलायुक्त ने अपर जिलाधिकारी नगर को यह हिदायत दी कि अविलम्ब वे इलाहाबाद के पर्यटन मानचित्र पर द्वादश माधव एवं अन्य सभी तीर्थाें का चिन्हांकन करायें, जो प्रयाग के पौराणिक महत्व से गहरायी से जुड़े हैं लेकिन अभी तक इनका पर्यटन की दृष्टि से प्रकाशन नही हो सका या उनतक सामान्य तीर्थ यात्री अथवा पर्यटक की पहुंच सुगम नही हो सकी है।
मण्डलायुक्त ने यह भी कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के दिव्य एवं भव्य कुम्भ को साकार करने की दिशा में कार्य करते हुये प्रयाग को भी उसी स्तर पर दिव्य एवं भव्य बनाना होगा। जिससे सबसे पहले प्रयाग के पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व को स्थायी पहचान देना आवश्यक है। मण्डलायुक्त ने इलाहाबाद के सभी बुद्धिजीवियों, कलाकारों, इतिहासकारों और साहित्यकारों को प्रयाग के महत्व को ऊंचा उठाने के इस महाभियान में जन सहयोग की अपील की है।गौरतलब है कि प्रयाग को साफ-सुथरा, सुन्दर और भव्य बनाने की मुहिम मण्डलायुक्त ने पिछले चार महीनों से छेड़ रखी है तथा अनेक स्थायी महत्व के निर्माण कार्य एक वर्ष पहले से प्रारम्भ होजाना इस पहल का सार्थक परिणाम है।
Add Comment