इलाहाबाद । दूसरी आजादी आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के प्रत्याशी डॉक्टर नीरज ने आज पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि शिक्षा के बिना समाज का भला संभव नहीं हो सकता है ।
उन्होंने कहा कि आज शिक्षा का व्यवसायीकरण हो रहा है यदि मैं चुनकर संसद में जाता हूं तो सबसे पहले शिक्षा का राष्ट्रीयकरण करवाने का पूरा प्रयास करुंगा और एक देश एक शिक्षा प्रणाली पर ध्यान केंद्रित करा कर इसे कानून बनवाने का प्रयास किया जाएगा ।
डॉ नीरज ने कहा कि 20 नवंबर 1997 को जब अमर शहीद सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के समक्ष दूसरी आजादी आंदोलन के नींव रखी तो संकल्प था कि राजा और रंक के बीच की दूरी को सदा के लिए खत्म हो आम आदमी यहां सुरक्षित रहे तथा देश में अमन चैन के साथ बिना भेदभाव जाति-पाति को छोड़कर सब एक दूसरे के भाई की तरह रहे ।
उन्होंने कहा कि कई वर्षों की त्याग तपस्या के बाद आज आंदोलन इस रूप में पहुंच गया है कि लोग इसकी विचारधारा और रामराज से सहमत दिखाई दिया करते हैं और दूसरी आजादी आंदोलन का कारवां लगातार बढ़ रहा है यद्यपि इसे आगे बढ़ाने में कठिनाइयां भी आती हैं लेकिन हमारे इस आंदोलन से जुड़े लोगों का साहस और प्रेरणा ही है कि कारवां कहीं अब तक रुका नहीं ।
डॉ नीरज ने इस बात पर अफसोस जताया कि एक राष्ट्रीय पार्टी का व्यक्ति जो चुनाव में आया है उसकी पहली पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए हैं उसके बाद भी अब तक पार्टी के पदाधिकारियों ने उस व्यक्ति पर किसी तरह की कोई टिप्पणी नहीं की ।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है उस व्यक्ति को पार्टी के लोग पूरी तरह से बचा रहे हैं जबकि मामला एक बेटी के जन्म लेने के बाद क्रूरता का सामने आया था ।
उन्होंने कहा कि वह साहसी महिला को मैं धन्यवाद देता हूं यह बिना डरे अपने पति के कृत्यों को समाज के सामने रखा है अब यहां के मतदाताओं को तय करना होगा कि बेटी पैदा होने के बाद पत्नी पर जुल्म ढाने वाले को यहां से जमानत जप्त कराती है या विजय श्री दिलाती है ।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से अब तक जनता के पैसे का दुरुपयोग कैसे रोका जाए इस पर चर्चा नहीं हुई मैं संसद में पहुंचा तो सबसे पहला प्रयास होगा कि जनता के पैसे का दुरुपयोग कैसे रोका जाए इस पर सदन में चर्चा करा कर कानून बनवाने का प्रयास किया जाएगा ।
डॉ नीरज ने कहा कि नर्सिंग होम में आईसीयू के नाम पर मरीजों के साथ लूट हुआ करती है आईसीयू में योग्य डॉक्टर नहीं हुआ करते हैं जिससे मरीज मौत के मुंह में चला जाता है संसद बनने के बाद हर नर्सिंग होम जहां आईसीयू है कौन-कौन डॉक्टर बैठते हैं उनकी डिग्री क्या है उनकी जांच कराई जाएगी ।
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