कौशाम्बी | कौशाम्बी महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कौशाम्बी में लगभग 300 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया, कौशाम्बी को जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग को टूलेन, फोरलेन किये जाने, ट्रामा सेन्टर, कौशाम्बी उत्खनन स्थल से यमुना को पार करने के लिए पीपे का पुल का निर्माण, कौशाम्बी मंे सर्किट हाउस/गेस्ट हाउस की स्थापना, जिले को बौद्ध सर्किट से जोड़ने की घोषणा भी किया |
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कौशाम्बी महोत्सव का उद्घाटन करने के पश्चात विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का जनपद कौशाम्बी ऐसा जिला है जहां पर्यटन के क्षेत्र में अपार सम्भावनायें निहित हैं, और यह अकेला ऐसा जनपद है जो बौद्ध और रामायण सर्किट से जुड़़ा हुआ है।
उन्होंनेे कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मा0 श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विकास की धारा प्रवाहित हो रही है और पूरी दुनिया में भारत को एक नया सम्मान मिल प्राप्त हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के सन्दर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जहां किसानों के कर्जे माफ किये, खादानों का समर्थन मूल्य बढ़ाया वहीं हम प्रदेश में बिना भेदभाव के 04 लाख नौजवानों को नौकरी देने जा रहे है। एक वर्ष के अपने कार्यकाल में ही हमने 08 लाख, 85 हजार गरीबों को जहां आवास देने का कार्य किया है वहीं 32 लाख को विद्युत कनेक्शन और 40 लाख को व्यक्तिगत शौचालय दे चुके है और 80 लाख लोगो को शौचालय देने के भारी भरकम लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसहारा, कमजोर वर्गो और व्यापारियों की सुरक्षा की हमारे सरकार में विशेष व्यवस्था है और इस दिशा में हम प्रदेश को आस्वसन देते है इस पर हम जीरो टालेंस ज पर काम कर रहे है। हमारी सरकार अपराध और भ्रष्टाचार से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगी और ऐसे लोगों के विरूद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है।
कौशाम्बी जनपद के गौरवशाली अतीत की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहा के सांसद और विधायकगणों ने सर्वांगीण विकास की एक विस्तृत रूपरेखा तय की है और हमे प्रशन्नता है कि आज 295 करोड़, 05 लाख, 70 हजार से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करवाया है इसके लिए जनप्रतिनिधिगणों के साथ-साथ जिला प्रशासन के अधिकारी बधाई के पात्र है।
उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार सम्भावनाओं की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भगवान बुद्ध से सम्बन्धित 06 महत्वपूर्ण स्थल है जिनमें कपिलवस्तु, श्रावस्ती, कुशीनगर, सारनाथ, कौशाम्बी और शंकिसा है।
महोत्सवों के आयोजन की उपादेयता पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे स्थलीय विकास के लिए उर्जा प्राप्त होती है और क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए यह महत्वपूर्ण हेतु का काम करते है।
कौशाम्बी जनपद में पर्यटन की अपार सम्भावनाओं की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक ऐसा जनपद है जो बौद्ध परिपथ एवं रामायण परिपथ से जुड़ा तो है ही इसके अलावा यह जैनधर्म, मा शक्तिपीठ शीतला धाम, सूफी सम्प्रदाय के भी यह प्रमुख स्थलीय है, यहा पर्यटन की अपार सम्भावनाओं को तलाशने की दिशा में कार्य प्रारम्भ हो गया है और पर्यटन मंत्री डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी स्वयं यहां के पर्यटन की सम्भावनाओं की तलाशने का कार्य कर रही है और एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल के रूप में कौशाम्बी को विकसित किया जायेगा इसके लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जायेगी और आने वाले दिनों में कौशाम्बी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन के केन्द्र के रूप में स्थापित होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यहा के लोकप्रिय सांसद और विधायकगणों की मांग पर जनपद कौशाम्बी में नेशनल हाइवे के निकट एक ट्रामा सेन्टर की स्थापना की जायेगी। उन्होने प्रारम्भ में द्वीप प्रज्ज्वलन कर जहां कौशाम्बी महोत्सव का उद्घाटन किया वहीं मंच से ही बटन दबाकर कुल 105 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यस किया। आज शिलान्यास किये जाने वाली कौशाम्बी डिपो भी शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कौशाम्बी महोत्सव से सम्बन्धित स्मारिका का भी बिमोचन किया और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री सुरेन्द्र कुमार सिंह व डाॅ0 राजेन्द्र त्रिपाठी रसराज को कौशाम्बी रत्न से सम्मानित किया।
प्रारम्भ में कौशाम्बी महोत्सव के संयोजक सांसद विनोद सोनकर ने मुख्यमंत्री प्रदेश मन्त्रिमंडल के सदस्यगणों व अन्य अभ्यागत अतिथियों का स्वागत करते हुए जनपद केा बौद्ध सर्किट से जोड़ने, राज्य कौशाम्बी विश्वविद्यालय की स्थापना किये जाने, जिलेमें संरक्षणों पर आधारित उद्योग स्थापना की मांग की।
महोत्सव के मंच पर प्रदेश मन्त्रिमण्डल के सदस्यों में पर्यटन मंत्री डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी, स्टाम्प पंजीयन मंत्री नन्द गोपाल नन्दी, स्वतन्त्र प्रभार के ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, स्वतन्त्र प्रभार की बेसिक शिक्षा, बाल विकास पुष्टाहार, राजस्व एंव वित्त राज्य मंत्री श्रीमती अनुपमा जायसवाल के अलावा काशी प्रान्त के प्रभारी सदस्य विधान परिषद आचार लक्ष्मणाचार्य, विधायक चायल संजय गुप्ता, विधायक मंझनपुर लाल बहादुर, विधायक सिराथू शीतला प्रसाद, विधायक बारा अजय भारती सहित कौशाम्बी, प्रमापगढ़, फतेहपुर के पार्टी के पदाधिकारीगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह बौद्धधर्मगुरू रिंन पोंछे ने प्रदान कर सम्मानित किया और जिला प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने भी प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। सांसद विनोद सोनकर व उनकी धर्मपत्नी ने स्मारिका का विमोचन कराया।
महोत्सव के शुभारम्भ से पूर्व मुख्यमंत्री कौशाम्बी उत्खनन स्थल पर लगभग 12 बजे हेलीकाप्टर से पहुंचे और पुरातात्विक उत्तखनित क्षेत्र-घोषितराज विहार का विस्तृत भ्रमण किया एवं ऐतिहासिक जानकारियां प्राप्त की। मुख्यमंत्री को उत्खनन स्थल की जानकारी देने व निरीक्षण कराने का कार्य पुरातत्व बेदता इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्राथमिक इतिहास विभाग, संस्कृति एंव पुरातत्व विभाग अ0प्र0 के प्रोफेसर माणिक चन्द्र गुप्ता ने संपन्न कराया।
इस अवसर पर स्कूल चलो अभियान, टीकाकरण का शुभारम्भ किया और समारोह स्थल पर स्कूल चलो अभियान के अन्तर्गत 05 बच्चों को स्कूल यूनिफार्म, बैग व पुस्तक का वितरण किया। इसके अलावा आॅगनबाड़ी केन्द्र के 05 बच्चों का अन्न प्राशन संस्कार भी मुख्यमंत्री के कर कमलों से सम्पन्न हुआ। स्वास्थ्य विभाग की 05 आशा बहुओं को स्वास्थ्य किट वितरित किया और सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह अभियानमें उत्कृष्ठ कार्य करने वाली 05 महिला स्वच्छाग्राहियों को स्वच्छताकिट का वितरण किया। उन्हेाने कौशल रथ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम स्थल से रवाना भी किया।
समारोह स्थल पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध ने दो चतुर्थमास 6वा और 9वां किया था। स्कूल चलो अभियान की सफलता की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसिक विद्यालय मंे इस समय 01 करोड,़ 54 लाख बच्चों का पंजीकरण हुआ है जिन्हें एनसीईआरटी मे तर्ज पर आधुनिक व सांस्कारिक शिक्षा दी जा रही है।
इसके अलावा कुपोषण के खिलाफ प्रदेश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है और 05 विभागों को सम्मिलित करते हुए कुपोषण को जड़ से उखाड़ने का संकल्प लिया है। जहां परिषदीय स्कूलों मे छात्रों की उपस्थित सन्तोजनक रही है वही छात्र और शिक्षा के अनुपात में संतोषजनक रहा है। उत्तखनन स्थल पराजित समारोह में स्वतन्त्र प्रभार की बेसिक शिक्षा, बाल विकास पुष्टाहार, राजस्व एंव वित्त राज्य मंत्री श्रीमती अनुपमा जायसवाल ने सम्बोधित करते हुए विभागीय उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 रंजना त्रिपाठी ने किया।
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