नागरिक सुविधाओं का रखा जाये विशेष ध्यान-मण्डलायुक्त
निर्माण कार्यों की वित्तीय नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश
अब तीन माह में पूरे होंगे कुम्भ के सभी कार्य
मण्डलायुक्त ने की कुम्भ कार्यों की समीक्षा
इलाहाबाद । नगर में चल रहे स्थायी निर्माण कार्यों में नागरिकों की जनजीवन की सुविधा का प्राथमिक तौर पर ध्यान रखते हुए निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करने के कड़े निर्देश मण्डलायुक्त ने दिए। आज गांधी सभागार में कुम्भ मेला कार्यों की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त डाॅ0 आशीष कुमार गोयल ने कहा कि सड़कों के चैड़ीकरण, फ्लाई ओवरों के निर्माण और आरयूबी के चैड़ीकरण के कार्य हर हाल में आगामी 2 महीने में पूरा करना है। इस दौरान भारी बरसात की वजह से सड़क पर गड्ढ़ांें और जलभराव की समस्या का तत्काल निवारण किया जाये तथा सभी वरिष्ठ अभियन्ता स्वयं मौके पर जाकर निर्माण और मरम्मत के कार्य तेजी से पूरा कराये।
मण्डलायुक्त ने कहा कि निर्माण से सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी अपना पूराना रवैया बदले और कार्य की गति को तेज करे। उन्होंने सभी अधिकारियों को पुनः सचेत करते हुए कहा कि सभी कार्य हर हाल में 31 अक्टूबर तक सम्पन्न कर लेने है तथा इसमें किसी भी प्रकार का विलम्ब क्षम्य नहीं होगा। मण्डलायुक्त ने पीडब्लूडी, विकास प्राधिकरण, नगर निगम और अन्य कार्यदायी विभागों को यह निर्देश दिया कि निर्माण कार्य के दौरान अथवा अतिक्रमण हटाये जाने के अभियान के दौरान किसी भी दशा में मलवा सड़क पर न छोड़ा जाये। निर्माणाधीन सड़कों पर यथा आवश्यकतानुसार बैरिकेटिंग का विधिवत बन्दोबस्त किया जाये तथा हर कार्य स्थल पर नागरिकों एवं कार्यदायी जनशक्ति की सुरक्षा का इन्तजाम मानकों के अनुरूप किया जाये।
मेलाधिकारी ने बैठक में सख्त लहजे में अवगत कराया कि आगामी 2 सप्ताह के भीतर नागरिक सुविधाओं और सुगम यातायात की दृष्टि से सड़कों पर स्थिति तत्काल सामान्य की जाये। इसका स्थलीय निरीक्षण मण्डलायुक्त महोदय तथा वे स्वयं औचक रूप से करेंगे।
सेतु निगम के कार्यों की समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त ने अभियन्ताओं को यह अवगत कराया कि सभी प्रस्तावित आरओबी हर हाल में न केवल 31 अक्टूबर तक पूरे हो जाने है बल्कि पूरी साज-सज्जा एवं व्यवस्था के साथ नवम्बर के पहले सप्ताह में लोकार्पण के योग्य तैयार हो जाने है। मण्डलायुक्त ने सड़कों के बारे में विशेष निर्देश देते हुए कहा कि हर निर्माण विभाग एवं कार्यदायी संस्था इस बात का कड़ाई से ध्यान रखे कि सड़क की चैड़ाई कार्य योजना में जितनी निर्धारित की गयी है उसमें एक इंच की कमी कही पर न हो। मण्डलायुक्त ने निर्माणाधीन सड़कों के बारे में अभियन्ताओं को निर्देश दिए की हर कार्य स्थल पर सड़क का आर0ओ0डब्लू0 अपने मस्तिष्क में स्पष्ट रखे तथा कहीं भी सड़क की चैड़ाई निर्धारित मानक से कम न हो। सड़कों की गुणवत्ता के बारे में भी मण्डलायुक्त कड़े निर्देश देते हुए कहा कि थर्ड पार्टीं निरीक्षण में पायी जाने वाली कमियों को दुरूस्त कर लेने का प्रमाण-पत्र एवं उसका स्थलीय सत्यापन पूर्ण कर लेने के बाद ही रनिंग भुगतान पर विचार किया जाये।
मण्डलायुक्त ने सड़कों के निर्माण में गहराई से समीक्षा करते हुए सचेत किया कि जीएसबी आदि की गुणवत्ता में यदि कही भी कमी पायी गयी तो भुगतान में कटौती कर दी जायेगी। उन्होंने सभी कार्यों में वित्तीय नियमों का पूरी तरह अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए नियंत्रक अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी कार्य वित्तीय नियमों के अनुरूप कराये जाये एवं कोई भी कार्य निविदा इत्यादि की प्रक्रिया पूरी किए बिना न कराया जाये। इसके लिए सभी अभियन्ता स्वयं भी सजग रहे और अधीनस्थों पर भी कड़ी नजर रखे।
मण्डलायुक्त ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि नगर में कहीं भी सड़क के बीच में अथवा जमीन पर ट्रांसफार्मर न दिखायी दे। विकास प्राधिकरण को निर्देश देते हुए मण्डलायुक्त ने निर्माण कार्य के दौरान बरसात के कारण हो चुके गड्ढ़ों को तत्काल दुरूस्त करने की तेज गति कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया तथा उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण से कहा कि वे बरसात के दौरान चल रहे निर्माण कार्यों से नागरिकों को होने वाली असुविधाओं पर कड़ी नजर रखे एवं कार्य पूरे हो जाने के उपरान्त नगर के सुन्दरीकरण की स्पष्ट कार्ययोजना शीघ्र तैयार कर ली जाये। कुम्भ के दौरान नगर व मेला क्षेत्र के ग्रेनेज व सीवेज की तैयारियों का प्रेेजेंटेशन शीघ्र देने के निर्देश दिये गये। निरंजन डाट पुल के पास सड़क के चैड़ीकरण का कार्य विकास प्राधिकरण को, विद्युत तार शिफ्टिंग का कार्य बिजली विभाग को तथा उसके आस-पास सुन्दरीकरण के कार्य को नगर निगम को साथ-साथ तथा यथाशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये गये।
नगर के थानों में भारी संख्या में निष्प्रयोज्य हो चुके वाहनों को नगर के बाहर गोदाम बनाकर शिफ्ट करने के कार्य को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिये गये। जिससे थानों के पास इस कार्य में निष्प्रयोज्य पड़ी भूमि का सदुपयोग करते हुए उस क्षेत्र को सुन्दर बनाया जा सके।
मण्डलायुक्त ने जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और नगर आयुक्त को एक पत्र लिख कर यह निर्देशित किया है कि नगर में निरीक्षण कर जर्जर भवनों और छज्जों को चिन्हित कर कार्य योजना बना ली जाये जिससे जर्जर भवनों एवं कमजोर छज्जों की वजह से किसी हादसे में नागरिकों को हानि न पहुंचे।
बैठक में सभी कार्यदायी निर्माण संस्थाओं को यह निर्देश दिये गये कि निर्माणाधीन सभी शौचालयों में बेसिन नल आदि मानक के अनुसार निर्धारित ऊंचाई पर लगाये जाये।
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