पार्थिव शिवलिंग निर्माण महायज्ञ आठवें दिन लगातार जारी।
शिव पुराण कथा में शिवलिंगों के महिमा का वर्णन सुन श्रोता हुये धन्य
इलाहाबाद । नैतिक विकास शोध संस्थान सेवा ट्रस्ट प्रयाग के तत्वाधान में जारी 30 दिवस की अनन्त पार्थिव शिवलिंग निर्माण महायज्ञ आज लगातार आठवें दिन सैकड़ों शिव भक्तों की उपस्थिति में जारी रहा जहां शिव भक्तों ने बाबा पार्थेश्वरनाथ के सवा दो लाख शिवलिंगों का निर्माण अभिषेक कर विश्व जन कल्याण हेतु भगवान भोलेनाथ से वरदान मांगा।
यज्ञ स्थल पर शिवपुराण कथा का अमृतपान कराते हुए अखंड सनातन धर्म प्रतिष्ठा परिषद के अध्यक्ष स्वामी महेशानन्द जी महाराज ने कहा कि शिवजी आकाश, अंतरिक्ष, पृथ्वी तथा पाताल में जहां किसी देवता, मनुष्य अथवा दैत्य को अपना दर्शन दिया है, वही वह लिंगरूप होकर स्थित हो गए हैं। उन शिवलिंगों का पूजन करने से अत्यंत आनन्द की प्राप्ति होती है। इस पृथ्वी पर शिवजी के असंख्य लिंग स्थापित हैं उनमें जो अत्यंत प्रसिद्ध तथा वर्णन करने योग्य है उन्हीं का वृतांत कहते हुए श्री महाराज बोले की उन लिंगों में जो भी बड़े तथा अत्यधिक श्रेष्ठ हैं, उन्हें ज्योतिर्लिंग कहा जाता है।
ज्योतिर्लिंगों में शिवजी पूर्णांश से विराजमान रहते हैं। उन ज्योतिर्लिंगों का वृतांत इस प्रकार है — पहिले सोमनाथ, सौराष्ट्र में गिरजा सहित विराजमान हैं। दूसरे मल्लिकार्जुन, श्रीशैल पर स्थित हैं। तीसरे महाकाल, उज्जैनी में सुशोभित है। चौथे अमरनाथ, हिमाचल पर्वत पर स्थित हैं। पांचवें केदारेश्वर, केदार स्थान में सुशोभित हैं। छठे भीमशंकर, डाकिनी तीर्थ स्थल पर स्थित हैं। सातवें विश्वनाथ, काशी में विराजमान हैं। आठवें त्रयंबकम, गोमती नदी के तट पर स्थित हैं। नौवें वैद्यनाथ, चिताभूमि में निवास करते हैं। दशवें नागेश, दारुकावन में सुशोभित हैं। ग्यारहवें रामेश्वर, सेतु के ऊपर निवास करते हैं तथा बारहवें द्युतिमान, शिवगृह में विराजमान हैं। जो व्यक्ति प्रभात के समय पवित्र होकर इन बारहों ज्योतिर्लिंगों के नाम लेता है, उसके सम्पूर्ण मनोरथ पूर्ण होते हैं।
आज के पार्थिव शिवलिंग निर्माण अभिषेक एवं विसर्जन में मुख्य रूप से संरक्षक फूल चंद दुबे, नागेंद्र सिंह, श्याम सूरत पाण्डेय, मधु चकहा, राजनाथ तिवारी, एडवोकेट सुरेन्द्र नारायण मिश्रा (विनोद), सत्य प्रकाश पाण्डेय, संजय मिश्रा, योगेश मिश्र(गुड्डू), शशिकान्त दुबे, पंडित दिवाकर नाथ, विजय तिवारी, श्रीमती कांति पाण्डेय, शरद मलैया, मुकेश उपाध्याय, प्रमोद शुक्ला, दुर्गेश दुबे, राकेश ओझा सहित सैकड़ों शिवभक्त उपस्थित रहे और शिव पुराण कथा का अमृतपान किया अनुष्ठान अनवरत जारी रहेगा।
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