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इलाहाबाद

कुम्भ को देश के हर हिस्से से जोड़ने के लिए चलायी जायेगी टूरिस्ट स्टेशन ट्रेनें

*निर्धारित अवधि में अक्टूबर तक 09 रेलवे ओवर ब्रिज तैयार होने की ओर अग्रसर*

*06 रेलवे अण्डर ब्रिजों का चौड़ीकरण भी होगा अक्टूबर तक पूरा*

*रेलवे और प्रशासन के बीच कुम्भ की तैयारियों को लेकर समन्वय बैठक में किया गया गहन विचार-विमर्श*

*केवल 11 माह में 09 आरओबी निर्माण और 06 आरयूबी का चौड़ीकरण* *इलाहाबाद की एक बड़ी उपलब्धि होगी – मण्डलायुक्त 

*रेलवे स्टेशनों तथा लाइनों के किनारे 55 स्थलों पर सामुदायिक शौचालयों का होगा निर्माण*
*सभी स्टेशनों से सिटी बसे एवं शटल बसे चलाने की तैयारी*

इलाहाबाद । कुम्भ मेले की रेलवे सम्बन्धी तैयारियों तथा चल रहे स्थायी निर्माण कार्यो की प्रगति देखने के लिए प्रशासन एवं रेलवे के मध्य समन्वय बैठक आज महाप्रबन्धक एमसीआर कार्यालय के विन्धय सभागार में सम्पन्न हुयी।

बैठक में सबसे पहले विभिन्न प्रमुख तीर्थ स्थानों से इलाहाबाद को जोड़ने वाले सभी रेलवे जोनों की विशेष रेलगाडियां आईआरसीटीसी के द्वारा पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को ले आने के लिए अपेक्षाकृत कम लागत की यात्रा सुविधा देते हुए कुम्भ के दौरान चलाये जाने पर विचार-विमर्श हुआ।

आईआरसीटीसी द्वारा प्रस्तावित टूरिस्ट पैकेज और टूरिस्ट स्पेशल गाडियों के संचालन पर सकरात्मक विचार-विमर्श एवं सैद्धान्तिक सहमति बनी। इस प्रयास के बाद के कुम्भ मेला को साउथ जोन के वेस्ट जोन, ईस्ट और नार्थ जोन के विभिन्न स्थानों को जोड़ते हुए उत्तर प्रदेश को केरल, तमिलनाडू, गुजरात, बिहार, राजस्थान, हरियाणा दिल्ली कर्नाटक आदि प्रदेशों को कुम्भ से जोडा जा सकेगा। इस संचालन से मदुरयी, पुरी, कौणार्र, गया, वाराणासी, राजकोट, हावड़ा, रकोल, शिरडी, नासिक, जोधपुर आदि पर्यटन स्थलों को कुम्भ से जोड़ने में सफलता मिलेगी।

मण्डलायुक्त डॉ आशीष कुमार गोयल ने इस प्रस्ताव का उत्साह वर्धन करते हुए यह कहा कि बहुत पहले से ही पूरे देश में इसका विभिन्न माध्यमों के द्वारा व्यापक प्रचार –प्रसार सुनिश्चित कराया जाय जिससे कुम्भ को देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों से रेल मार्ग के द्वारा सुगम तौर पर जोड़ा जा सके।

मण्डलायुक्त ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बैठक में कहा कि मात्र 11 माह की अवधि में अक्टूबर के अन्त तक 09 रेलवे ओवर ब्रिज न केवल बनके तैयार हो जायेंगे बल्कि नवम्बर के मध्य तक जनता के प्रयोग मे आने लगेंगे।

इसी प्रकार शहर के 06 रेलवे अण्डर ब्रिज भी इसी अवधि तक चार लेन में चौड़े हो जायेंगे, जिनकी तैयारी लगभग पूरी हो चली है और सितम्बर से ही प्रारम्भ होकर इस माह के अन्त तक सभी रेलवे अण्डर ब्रिज चौड़े कर दिये जायेंगे।

रेलवे के अधिकारियो ने अवगत कराया कि सभी प्रस्तावित रेलवे अण्डर ब्रिज के लिए बाक्स निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है तथा बहुत कम समय में उन्हें लाकर प्रस्तावित आरयूबी में स्थापित कर दिया जायेगा तथा सितम्बर माह के अन्त तक सोहबतियाबाग, सीएमपी, कुन्दन गेस्ट हाऊस, शिवकुटी और दारागंज के रेलवे अण्डर ब्रिज तथा उनसे जुड़ी उस जगह की सड़क भी बराबर चौड़ी कर ली जायेगी।

इसी तरह पानी की टंकी, बेगम बाजार, नैनी, एमएनआईटी, फूलपुर, रामबाग, भीरपुर-करछना, मनौरी और रसूलाबाद के फ्लाईओवरों का निर्माण भी हर हाल मे अक्टूबर के अन्त तक पूरा हो जायेगा। इस बात पर रेलवे और सेतु निगम द्वारा आपसी विचार-विमर्श में यह अवगत कराया गया कि निर्धारित समय में इन कार्यो के पूरा हो जाने में कोई बाधा नही है तथा कार्य तेजी के साथ अपेक्षित गति से चल रहा है।

मण्डलायुक्त ने कहा कि शहर में तथा बाहरी सम्पर्क मार्गो पर इलाहाबाद में केवल 11 महीनों मे एक साथ 09 आरओबी और 06 रेलवे अण्डर ब्रिज का चौडीकरण एक अभूतपुर्व उपलब्धि होगी, उसके लिए राज्य सरकार से 8 से 10 विभाग तथा रेलवे ने जिस समन्वय के साथ काम किया है वह भी काम समय से पूरा करने की एक अभूतपूर्व मिसाल होगी।

सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन पर भी सड़क के चौडीकरण की रणनीति पर चर्चा हुयी तथा इससे सम्बन्धित अतिक्रमण हटाने की रणनिति बनायी गयी। मण्डलायुक्त ने सूबेदारगंज स्टेशन को गाडियों का टर्मिनल प्वाइंट बनाये जाने का अपना पुराना सुझाव रेलवे अधिकारियों को पुनः दोहराते हुए यह कहा कि कुछ स्पेशल ट्रेने जक्शन के स्थान पर सूबेदारगंज स्टेशन से चलायी जाय तथा सामान्य ट्रेनें भी सूबेदारगंज स्टेशन से संचालित किये जाने पर जक्शन स्टेशन पर भीड़ का दवाब कम होगा तथा यात्रियों के आवागामन में सुविधा होगी।

मण्डलायुक्त के अनुरोध पर एजीएम रेलवे तथा अन्य अधिकारियों ने विचार करने का आश्वासन दिया। मण्डलायुक्त ने रेलवे के अधिकारियों से यह अनुरोध किया कि एक बार रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम इलाहाबाद से सभी रेलवे स्टेशनों तथा उनपर चल रहे निर्माण कार्यो का रिव्यू कर ले तथा प्रत्येक स्टेशन के लिए एक जिम्मेदार अधिकारी को तैनात करते हुए रेलवे स्टेशन के प्लेटफामों पर एवं फूट ओवर ब्रिजों का सर्वे करा लिया जाय, विशेषकर गडढों और ठोकरों को सुक्ष्मता से चिन्हित करते हुए सभी स्टेशन के सारे प्लेटफार्म समतल कर लिये जाय, जिससे मेले के दौरान भीड़ को चलने में ठोकर न लगे। इसी प्रकार फुट ओवर ब्रिजों की सीढियों पर लगी लोहे की बाइडिंग को मरम्मत करते हुए यह ध्यान रखा जाय कि उस पर घिसने की वजह से आने वाली पिसलन बिल्कुल न रहे।

बैठक में नगर निगम द्वारा अवगत कराया गया कि रेलवे के स्टेशन तथा लाइनों के किनारे विभिन्न स्थलों पर 55 स्थानों पर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जाना निर्धारित कर दिया गया है तथा उन पर शीघ्र निर्माण प्रारम्भ कर दिया जायेगा।

गौरतलब है कि पिछली कुछ बैठकों में नगर को स्वच्छ रखने की दिशा में तथा कुम्भ के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए मण्डलायुक्त ने रेलवे क्षेत्र में प्रशासन द्वारा उदारता के साथ शौचालय निर्माण की पहल की थी। एजीएम रेलवे ने सभी रेलवे अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि इस हेतु प्रशासन को उदारता के साथ भूमि उपलब्ध करा दी जाय।
सिटी बसो और शटल बसों को रेलवे स्टेशनों से चलाये जाने के लिए बस स्टाफ तथा पार्किंग के सम्बन्ध में रणनीति बनायी गयी। रेलवे क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों के आवागमन तथा होल्डिंग एरिया पर भी चर्चा हुयी। नगर क्षेत्र की 05 रेलवे क्रासिंग को सम्बन्धित सड़क के बराबर चौड़ा करने पर विचार विमर्श हुआ जिसमें जगतपुर, हनुमानगंज, कनिहार, गुमटी नम्बर 40, चैथमलाइन की क्रासिंग प्रमुख है।

मण्डलायुक्त ने सेतु निगम के अधिकारियों को बैठक में यह जानकारी दी कि जगतपुर तथा बख्शीबांध पर भी रेलवे ओवरब्रिज बनाये जाने के औपचारिकता प्रारम्भ कर दी गयी है, इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है तथा कुम्भ के अवधि तक औपचारिकताएं पूरी होते ही कुम्भ के बाद इसके भी निर्माण की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जायेगी।

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