सरॉयअकिल कस्बे में त बाकू युक्त गुटखे की खपत को देखते हुये वाह्य जनपदों से बने हुये नकली गुटखे कर स्टाक जमा होता है और यहीं से जनपद के अन्य भागों में यह नकली गुटखे बेचे जा रहें है, जिससे खाने वालों के सेहत पर बुरा प्रभाव पडऩे की आशंका प्रबल हो रही है।
सरॉयअकिल कस्बे में नकली मिश्रित गुटखा फतेहपुर जनपद के धाता व चित्रकूट जनपद के राजापुर से बनकर आ रहा है। सूत्रों कीर मानें तो इन गुटखों के स्टाकिस्ट भगौतीगंज व मोलवीगंज में डंप करते है और यहीं से जनपद के अन्य कस्बे और गांवों में बेचे जाते है। बता दें कि त बाकू मिश्रित गुटखे पर शासन द्वारा पूर्णतय: प्रतिबंध है लेकिन प्रतिबंध की धज्जियां उड़ाते हुये दिन दूनी रात चौगुनी कमायी के चक्कर में मिश्रित गुटखे बेचे जा रहें है जबकि शासन और प्रशासन ने इस पर पूर्णतय: प्रतिबंध लगा दिया है। सूत्र बताते है कि शाम व रात को झोले मेें भरकर यह गुटखे सप्लाई किये जाते है। किसी को शक न हो इस लिये इनके रैपर पर दूसरी कंपनियों को नाम लिख दिया जाता है। वैसे तो त बाकू चबाने पर स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़़ता है लेकिन मिश्रित त बाकू जोंं कि घटिया किस्म की होती है और उसमें तेजी लाने के लिये हानिकारक कैमिकल डाले जाते है वह लोगों को घातक बीमारी को दावत दे रही है।
Add Comment