इलाहाबाद 28 नवंबर । नगर निकाय के चुनाव में आम आदमी पार्टी से मेयर पद के प्रत्याशी रहे सलिल श्रीवास्तव ने आज पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सत्ता के दबाव में चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव कराने में पूरी तरह विफल रहा है ।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की यह जिम्मेदारी है कि आम जनता मतदान के दिन बड़ी संख्या में निकल कर चुनाव में भाग लेकर मतदान करें और योग्य उम्मीदवारों को चुने । उन्होंने कहा कि नगर निकाय के इस चुनाव में बड़ी संख्या में लोगों का नाम मतदाता सूची से नाम गायब था। मतदाता जब पोलिंग स्टेशन पर वोट डालने जा रहा है तो वहां पर कभी-कभी तो पूरे पूरे परिवार का नाम लिस्ट से गायब है और कहीं कहीं तो पूरे मोहल्ले का ही नाम लिस्ट से गायब है।
चुनाव आयोग की यह जिम्मेदारी है कि बीएलओ के माध्यम से वह लिस्ट की जांच चुनाव के पूर्व कराते हैं जिनका नाम मतदाता सूची में नहीं हैं उनका नाम शामिल कराते हैं और चुनाव के पूर्व ही उन समस्त लोगों को समस्त मतदाताओं के घरों पर वोटिंग की पर्चियां पहुंचाने का कार्य भी चुनाव आयोग का है जो बी एल ओ के माध्यम से किया जाता है !
परंतु इस चुनाव में बी एल ओ की भूमिका बहुत ही संदिग्ध रही नए वोटरों का नाम शामिल कराने तो बहुत दूर पर पर्चियां बना कर मतदाताओं के घरों तक पहुंचा ना उससे भी दूर यहां तक शिकायत मिली है कि यह बी एल ओ विरोधी पक्ष से पैसा लेकर आम लोगों का नाम ही लिस्ट से गायब करा देते हैं शिकायत तो यह भी मिली है कि यह इस बार का चुनाव 2005 की लिस्ट से कराया गया है जिसमें बहुत सारे लोगों का नाम ही लिस्ट में दर्ज नहीं था !
चुनाव आयोग बीएलओ और जिला प्रशासन की लापरवाही के विरोध में आम आदमी पार्टी सिग्नेचर कैम्पेनिंग अभियान चलाने जा रहा है जिसके तहत हम लोग तमाम जनता से यह साइन कर आएंगे कि चुनाव में धांधली हुई है वोटरों का वोटर लिस्ट से नाम गायब किया गया है और इसे हम लोग डी एम आर ओ और चुनाव चुनाव आयोग के सामने यह मुद्दा उठाएंगे और न्यायालय की भी शरण में जायेंगे जहां जनहित याचिका दाखिल कर के यह संपूर्ण चुनाव प्रक्रिया को रद्द करते हुए निष्पक्ष चुनाव कराने का मांग करेंगे क्योंकि 30% मतदान किसी भी समाज और सभ्यता का नेतृत्व करने के लिए पर्याप्त नहीं होता !
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