इलाहबाद ! अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री चन्द्रनाथ चकहा के आवास पर संरक्षक हरिजगन्नाथ शास्त्री की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें आगामी प्रयाग में आयोजित होने वाले माघ मेला के धीमें कार्यों पर रोष व्यक्त किया गया !
प्रवक्ता अमित राज वैध ने कहा कि माघ मेला में सर्व प्रथम तीर्थ पुरोहितों को भूमि प्रदान होनी चाहिए क्योंकि 95% तीर्थ यात्री अपने तीर्थ पुरोहितों के यहां शरण लेकर मास पर्यंत अनुष्ठान इत्यादि सम्पन्न करते हैं और तीर्थ पुरोहित स्वयं सारी व्यवस्थाएं करता है !
उन्होने माघ मेला के तैयारीयों पर रोष प्रगट किया और सम्बन्धित अधिकारीयों और प्रदेश सरकार को पत्र भेजकर शिकायत करने की बात कही है चन्द्रनाथ जी ने कहा कि प्रत्येक तीर्थ पुरोहितों को गंगा जी संनिकट भूमि उपलब्ध हो क्योंकि यात्री वयोवृद्ध होते हैं और दिन में तीन बार उन्हें स्नान करना होता है ! उन्होंने तीर्थ पुरोहितों को अधिक से अधिक सुविधा मुहैया कराने को प्रदेश सरकार से व मेला प्रसाशन से मिलकर ज्ञापन देने की बात कही !
मंत्री माधवानंद शर्मा ने कहा कि मेला प्रसाशन कुछ वर्षों से तीर्थ पुरोहितों की भूमि पर दंडीबाड़ा को प्रदान कर देता है जिससे तीर्थ पुरोहितों को मेला के अन्त में भूमि लेने को मजबूर होना पड़ता है और तमाम चोरी चकारी से जुझना पड़ता है इसलिए पूर्व की भांति दंडीबाड़ा को मेला के अन्त में भूमि दें ताकी तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार की कोई जोखिम से समना न करना पड़े !
वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामकृष्ण तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार से तीर्थ यात्रियों के सुविधा को देखते हुए स्थाई निर्माण करने की बात कही और जल विद्युत शौचालय तीर्थ पुरोहितों को मुफ्त प्रदान करने की बात कही है उन्होंने माघ मेला के धीमी गति से चल रहे तैयारी पर असंतोष जाहिर किया श्रवण शर्मा ने कहा कि तीर्थ पुरोहितों को अधिक से अधिक व्यवस्थाएं उपलब्ध सरकार को करना चाहिए। उक्त बैठक में सनद पांडेय, ज्ञानेश्वर तिवारी प्रदीप पाठक, शम्भूनाथ शर्मा सुरेश तिवारी दिनेश तिवारी भैय्यू महाराज अभिषेक पांडेय रोहित पांडेय रसिक तिवारी लाल बाबा दिगम्बर चकहा रजनीश तिवारी आदि प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।
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