मेला स्थल के अत्यन्त समीप बड़े पार्किंग स्थल चिहिन्त
फाफामऊ में 50 हजार एवं झूंसी में 1.5 लाख गाड़ियों की बनेगी पार्किंग
मिर्जापुर रोड़ की पार्किंग मेला स्थल के बिल्कुल समीप
पार्किंग स्थल से मेला तक स्नान के दिन चलेगी निःशुल्क शटल बसें
इलाहाबाद 19 दिसम्बर । कुम्भ आयोजन के मद्देनजर यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए लगातार मंथन का दौर में उपलब्धियाँ अब मिलने लगी है। बाहर से आने वाले आगन्तुकों को उच्च स्तरीय पार्किंग शहर के प्रवेश बिन्दु पर सभी मार्गो में उपलब्ध कराकर वहां उच्च स्तरीय व्यवस्ता सुलभ कराने का संकल्प एवं तैयारियां पहले से की जा चुकी है।
आज पुलिस लाइन सभागार में जिला प्रशासन के साथ पुलिस प्रशासन की यातायात एडवाइजरी की एक बैठक उन सभी स्थलों को चिन्हित किया गया जो शहर के प्रवेश मार्गों पर शहर के बाहरी हिस्से में कुम्भ के लिए पार्किंग के रूप में विकसित किये जाने है। इसमे वाराणसी-इलाहाबाद रूट के झूंसी क्षेत्र में सर्वाधिक बड़ी लगभग 1 से 1.5 लाख तक गाड़ियों की पार्किंग बनायी जानी है। इसी प्रकार फाफामऊ में 40-50 हजार गाड़ियों की पार्किंग बनायी जायेगी। रीवा रोड़ और मिर्जापुर रोड़ की पिछले कुम्भ की पार्किंग को मेला स्थल के और समीप ला दिया गया है। इसी प्रकार कानपुर रोड़ और कौशाम्बी रोड़ पर भी क्रमशः सूबेदारगंज और झलवा में बड़े पार्किंग स्थल चिन्हित किये गये है जहां से आगन्तुक तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों को सुगम साधनों से मेला स्थल तक न्यूनतम पैदल चलते हुए प्रवेश दिलाया जा सकेगा।
मण्डलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल की अध्यक्षता में पार्किंग के लिए चिन्हित किये गये सभी स्थानों को अन्तिम रूप से चिन्हित किया गया जो शहर के अत्यन्त समीप हो तथा जहां से बडी संख्या में गाड़ियों को पार्क किया जा सके। मण्डलायुक्त ने इस बात पर जोर दिया कि हर मार्ग से आने वाली गाडिया पार्किंग स्थलो में प्रवेश के उपरान्त वहीं से पुनः वापस कर दी जाय तथा पार्किंग स्थल से यात्रियों को शटल बसो और अन्य साधनों से स्नान के दिनों में निःशुल्क मेला स्थल तक पहुंचा जा सके एवं वापस पार्किंग स्थल तक लाया भी जाय।
बैठक मे एडीजी एस.एन.साबत, वीसीएडीए भानुचन्द्र गोस्वामी, नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया, पुलिस अधीक्षक मेला नीरज पाण्डेय के साथ विचार विमर्श करते हुए मण्डलायुक्त ने पार्किंग स्थलों वाहनों के प्रवेश और उनके निकास के उपरान्त हाइवे में आने तक इस तरह के डायवर्जन इस तरह विकसित करने के निर्देश दिये कि जिससे कि क्रासिंग न हो तथा जाम की स्थिति न बने। उस हर बिन्दु पर मण्डलाय़ुक्त ने गम्भीरता से विचार किया गया कि किसी भी दशा में स्नान के दिनों और सामान्य दिनों मं ट्राफिक व्यवस्था मे किसी प्रकार की कमी न हो तथा जाम की समस्या उत्पन्न न हो। फाफामऊ में लखनऊ-प्रतापगढ़ के मार्ग से आने वाले विभिन्न जनपदों की भीड़ को फाफामऊ में ही अस्थाई बस अड़डा बनाकर पार्किंग से नगर के लिए सिटी बसे चलाते हुए तथा फाफामऊ में दो नये पाउण्टून पुल बनाकर यातायात को सुगम बनाने की तैयारी की जा चुकी है।
इसी प्रकार कौशाम्बी रूट पर सेना की भूमि अथवा झलवा में पार्किंग बनाकर सभी स्थानों से लगभग 200 शटल बसे चलाने की तैयारी की जा रही है। इन बसों मे बैठने की व्यवस्था हटाकर केवल स्टेडिंग यात्रिओं को अधिक से अधिक संख्या में पार्किंग से मेला स्थल तक लाने एवं उन्हें पुनः पार्किंग स्थल तक छोड़ने का कार्य किया जायेगा। वाराणसी से इलाहाबाद मार्ग पर वाहनों का सर्वाधिक दवाब रहने के कारण किसी दशा में जाम की स्थिति उत्पन्न होने पर औराई से मिर्जापुर जिगना मेजा होते मिर्जापुर-इलाहाबाद रोड़ का इस्तेमाल करते हुए ट्राफिक डायवर्जन पर भी विचार किया गया।
इस बात पर भी गम्भीरता से विचार हुआ कि मेले के दौरान आटो संचालकों का रूट निर्धारित कर दिया जाय। माघ मेला के दृष्टिगत सम्पूर्ण ट्राफिक प्लान हर दशा में 26 दिसम्बर 2017 तक बनाने के निर्देश दिये। मण्डलायुक्त एवं एडीजी ने आयोजन के दौरान विभिन्न मार्गो पर हर आधे किलोमीटर पर एक क्रेन रखवाते हुए यह व्यवस्था करने के निर्देश दिये कि हाइवे पर गाडियो को रोकर जाम लगाने वाले वाहनों को तत्काल क्रेन से उठाकर सड़क के किनारे खेत में उतार दिया जाय ताकि आवागमन बाधित न हो।
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