निर्माणाधीन सड़कों पर अभी से सीवर, पीएनजी गैस पाईप लाइन, बिजली के केबिल, पेयजल की पाईप निर्माण के पूर्व बिछा लेने के निर्देश
इलाहाबाद । कुम्भ के लिए बननी वाली सड़कों को बन जाने के बाद इन्हे खुदाई से बचाने के लिए मण्डलायुक्त ने सख्त रूख अपनाते हुए सभी उन विभागों को यह कड़े निर्देश दिए है कि जो सड़क बन जाने के बाद अपने कार्यों के लिए खोद देते है।
मण्डलायुक्त डाॅ0 आशीष कुमार गोयल ने आज कुम्भ की साप्ताहिक बैठक में जल निगम, पावर कारर्पोरेशन, नगर निगम, गंगा प्रदूषण ईकाई आदि सभी विभागों को यह सख्त निर्देश दिए कि विकास प्राधिकरण इलाहाबाद तथा अन्य विभागों द्वारा निर्मित की जाने वाली सड़कों को पहले से अपने कार्य पूरे कर लिये जाये। ये कत्तई बर्दाश्त नहीं किये जायेगा कि कहीं भी नगर के किसी हिस्से में कोई भी विभाग बनी हुई सड़क पर अगर खोदाई करेगा तो दण्डनीय होगा। इसके लिए चौड़ी की जाने वाली सड़कों और चैराहों पर बिजली, जल, सीवर कार्य एवं पीएनजी गैस सप्लाई के जक्शन प्वाइट विभिन्न स्थानों पर इस तरह विकसित कर लिये जाये कि नागरिकों को कनेक्शन दिए जाने अथवा मरम्मत के लिए इन प्वाइट्स से ही कार्य करा लिये जाये तथा सड़क को खोदना न पड़े।
इसके लिए मण्डलायुक्त ने सभी कार्यदायी विभागों को यह निर्देश दिया है कि वे स्वयं इस प्रकरण से विभिन्न कार्यों से सम्बन्धित कार्यदायी विभागों से समन्वय करते हुए उनके कार्य सड़कों का निर्माण पूरा होने के पहले सम्पन्न करा ले। उनकी पाईप लाइन, सीवर लाइन या वायरिंग के लिए सड़क के ऊपरी सतह के कार्य के पहले ही उनके कार्य पूरे कर लिये जाये तथा उनके जक्शंन प्वाइंट अभी से विकसित कर छोड़ दिये जाये ताकि कुम्भ के लिए विकसित होनी वाली सड़क को किसी दशा में खोदने के आवश्यकता न पड़े। उन्होंने इसी माह के अन्त तक इस कार्य को पूरा करने का सख्त निर्देश सभी विभागों को दिया।
मण्डलायुक्त ने नगर की निर्माणाधीन सड़कों पर जलभराव तथा बरसात से होने वाली असुविधा पर गम्भीरता से चर्चा की तथा विकास प्राधिकरण की सड़कों को शीघ्र दुरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने पिछली बरसात में जलभराव से ग्रस्त सड़कों के कार्य की सूक्ष्मता से विचार करते हुए कार्यदायी विभागों को यह निर्देश दिया है कि जहां कहीं सड़क के किनारे पानी जमा हुआ था वहां जीएसबी डालने के पहले उसके काम्पेक्शन का कार्य फिर से गिट्टी डाल कर किया जाये तथा पूरी मजबूती सुनिश्चित होने के बाद पानी सुखाकर उस पर जीएसबी डाली जाये जिससे निर्माण के बाद पानी जमा न हो सके।
जलभराव की समस्या पर मण्डलायुक्त ने नगर निगम तथा अन्य कार्यदायी विभागों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि नगर में सभी नालों का लेवल चेक करते हुए बरसात में उनमें बहाव समूचित ढंग से सुनिश्चित कराये। बरसात में किसी प्रकार की जलभराव पर अब सम्बन्धित अधिशाषी अभियंता और ठेकेदार के खिलाफ सीधे कार्यवाही की जायेगी। मण्डलायुक्त ने कहा कि नगर निगम अथवा अन्य विभागों के निर्माण तथा मरम्मत के कार्यों को जिस उद्देश्य से किये जाते हुए दिखाये जा रहे है उनका सकारातम्क प्रयोग भी सामने दिखना चाहिए।
बैठक में मण्डलायुक्त ने शहर के निगरानी हेतु स्थापति किए जा रहे एकीकृत कन्ट्रोल कमानड सिस्टम के कार्यों की समीक्षा की। नगर निगम के अधिकारियों ने मण्डलायुक्त को नगर के प्रमुख स्थानों पर लगाये जाने वाले कैमरों की गुणवत्ता तथा संख्या के बारे में अवगत कराया। किन स्थलों पर ऊंचाई पर लगने वाले कैमरे लगाये जायेगे उस पर विचार-विमर्श करते हुए मण्डलायुक्त ने नगर आयुक्त को उसका विवरण शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए। विभिन्न स्थानों पर कुम्भ के दौरान विकसित की जाने वाली पार्किंग में भी कैमरे लगाये जाने पर विचार-विमर्श हुआ। मण्डलायुक्त ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि सर्विलांस कैमरे एवं एकीकृत कन्ट्रोल सेन्टर स्थापित किए जाने के साथ उसमें दक्ष एवं कुशल तरीके से कार्य करने वाले कर्मियों को उसकों संचालित करने वाले आधुनिक साफ्टवेयर और एसओपी पर गम्भीरता पर ध्यान देते हुए उसकी व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित की जाये ताकि आगामी महीनों में कार्यों में अभूतपूर्व व्यवस्था का संचालन को सुगम तरीके से प्रारम्भ हो सके। मण्डलायुक्त ने एकीकृत कन्ट्रोल सेन्टर के कैमरों तथा टैªफिक के लिए लगाये जाने वाले सिग्नल आपस में समन्वय के साथ स्थापित किए जाने का निर्देश दिया।
बैठक में मण्डलायुक्त ने सेतु निगम को अपने पूर्व निर्देश पर ध्यान देने को कहा कि निर्माण वाली सड़कों पर कहीं भी जलभराव नहीं होना चाहिए तथा वहां कार्यरत कर्मचारी हर समय हेलमेट पहने हुए तथा सुरक्षा सम्बन्धित मानकों का अनुपालन करते हुए दिखे। मेडिकल कालेज की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने सम्बन्धित अधिकारियों को यह निर्देश दिए कि उपकरणों और संसाधनों की दृष्टि से इस संस्थान को नवनिर्मित किया जा रहा है ताकि कुम्भ तथा उसके बाद भी यह चिकित्सालय उच्चस्तरीय चिकित्सा सेवा के उपयोग मेें आ सके। अतः इस बात का ध्यान रखा जाये कि वहां कोई भी पुराने एवं निष्प्रयोज्य उपकरण न रखे जाये तथा सभी भवन एवं उपकरण निरन्तर प्रयोगशील रखे जाये। समीक्षा में सिविल लाइन बस अड्डे के नवीनीकरण का कार्य शीघ्रता से करने के निर्देश देते हुए मण्डलायुक्त ने शटल बसों के सुगम संचालन पर विचार-विमर्श किया। सिविल एयरपोर्ट के पास जीटी रोड से सिविल रोड तक एलईडी लाइट की रोशनी किए जाने को कहा गया।
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