इलाहाबाद । कुम्भ आयोजन के लिए इलाहाबाद मंे विभिन्न दिशाओ से जुड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों को कुम्भ के दौरान सुगम संचालन तथा उन पर चल रहे चैड़ीकरण एवं निर्माण की समीक्षा के लिए मण्डलायुक्त के कार्यालय के गांधी सभागार में बैठक हुई।
बैठक में मण्डलायुक्त डाॅ आशीष कुमार गोयल के साथ जिलाधिकारी श्री सुहास एल0वाई0, मेलाधिकारी श्री विजय किरन आनन्द एवं डीआईजी मेला श्री के0पी0 सिंह के साथ इलाहाबाद से जुड़े विभिन्न राजमार्गो के निदेशक एवं परियोजना प्रबन्धक मौजूद थे।
बैठक में सर्वप्रथम इलाहाबाद-बनारस के मध्य सावन माह में चलने वाली परम्परागत कावड़ यात्रा के सुगम संचालन पर विचार-विमर्श किया गया। इस वर्ष कुम्भ की दृष्टि से विभिन्न राजमार्गों को चैड़ा और गड्ढ़ा मुक्त बनाये जाने के लिए अभियान चलाकर कार्य किया जा रहा है।
सभी दिशाओं से इलाहाबाद तक आने वाले राष्ट्रीय राजमार्गो को अक्टूबर तक सुगम यातायात के लिए अनुकूल बना लेने का लक्ष्य है। इस दौरान सावन माह में पड़ने वाली कावड़ यात्रा में निर्माण कार्यों के चलते किसी प्रकार की असुविधा न उत्पन्न हो इसके लिए मण्डलायुक्त ने इलाहाबाद से बनारस मार्ग पर चल रहे कार्यों को की सूक्ष्यमता से समीक्षा की।
मण्डलायुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों एवं मेला प्रशासन के अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी मौके पर जाकर उन समस्त बिन्दुओं का निरीक्षण करने की हिदायत दी है, जहां निर्माण कार्य के चलते सड़क अपेक्षाकृत पतली हो जाती है।
हण्डिया, बारौत, भीटी इस प्रकार की सम्भावित वाटलनेक स्थितियों से निपटने की रणनीति अभी से बनायी गई। सोरांव से इलाहाबाद की सड़क को भी शीघ्र दुरूस्त करने के निर्देश दिए गये।
राष्ट्रीय राजमार्ग के निदेशक द्वारा मण्डलायुक्त को विभिन्न राममार्गो पर चल रहे कार्यों की प्रगति से अवगत कराया गया तथा ये बताया गया कि अक्टूबर तक सभी प्रमुख राजमार्गों पर न केवल कार्य पूरा कर लिया जायेगा, बल्कि उन पर साइनेज लगाने एवं सड़कों के लेपन एवं सुन्दरीकरण का कार्य भी पूरा कर लिया जायेगा।
मण्डलायुक्त ने यह निर्देश दिया कि विभिन्न मार्गो पर साइनेज लगाने एवं सुन्दरीकरण का कार्य मेलाप्रशासन द्वारा भी किया जा रहा है। अतः राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं मेलाप्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यों को समन्वय बनाकर कराया जाये जिससे साइनेज एवं सुन्दरीकरण के कार्यों में एकरूपता बनी रहे।
मण्डलायुक्त ने इस बात पर विशेष जोर दिया है कि चल रहे निर्माण कार्यों में फ्लाईओवर के आस-पास कैरिज-वे सितम्बर तक दुरूस्त कर लिये जाने और इन कैरिज-वे की चैड़ाई न्यूनतम 9 मीटर रखी जाये ताकि इस महत्वपूर्ण मार्ग पर कहीं जाम की स्थिती उत्पन्न न हो।
गौरतलब है कि इस राजमार्ग पर 73 किलो मी0 में जो कार्य चल रहे है उनमें 13 किलो0 मी0 का ऐलिवेशन का कार्य है, जिसमें सड़क को सामान्य स्तर से ऊंचा करते हुए हुए पूल या फ्लाई ओवर बनाये जा रहे है। इस निर्माण में फ्लाई ओवर के पास किनारे की सड़क को पर्याप्त चैड़ा रखने की जरूरत पर बल देते हुए मण्डलायुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को पत्र भेजने को कहा। इलाहाबाद-रायबरेली राजमार्ग पर मुंशीगंज के बाईपास को हर-हाल में 31 अगस्त तक पूरा करने के निर्देश मण्डलायुक्त ने दिए। इसी प्रकार ऊंचाहार के निर्माणाधीन आरओबी की प्रगति की धीमीपन पर मण्डलायुक्त ने असंतोष जताते हुए प्रगति को तेज करने को कहा। इन कार्यों में तेजी लाने के मण्डलायुक्त ने अगली बैठक में रायबरेली के जिलाधिकारी को भी बुलाये जाने का निर्देश दिया।
इलाहाबाद-मिर्जापुर राजमार्ग की समीक्षा करते हुए ओराई से मिर्जापुर एवं इलाहाबाद के मध्य निर्माण की प्रगति समीक्षा की गयी। मण्डलायुक्त को बताया गया कि औराई-मिर्जापुर मार्ग का चैड़ीकरण चार लेन में पूरा हो चुका है। मिर्जापुर से इलाहाबाद राजमार्ग भी कार्य दृष्टि से प्रगति पर है। एनएच-76 पर कार्यों की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने एक सामान्य निर्देश दिए कि समस्त कार्यों को अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाये तथा अब कोई भी ऐसा कार्य प्रारम्भ न किया जाये जो अक्टूबर तक पूरा न हो सके। ताकि अक्टूबर के बाद कुम्भ के दौरान निर्माण कार्यों के द्वारा कुम्भ के लिए आने वाले यात्री एवं पर्यटकों किसी प्रकार की असुविधा न हो।
श्रृंग्वेरपुर धाम में प्रवेश एवं निकास के माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की प्रगति पर विचार किया गया। परियोजना अधिकारियों ने मण्डलायुक्त को आश्वासन दिया कि अक्टूबर तक कार्यों को पूरा कर लिया जायेगा। नगर क्षेत्र में छोटे विभिन्न सड़कों की समीक्षा भी मण्डलायुक्त द्वारा की गयी।
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