लखनऊ । प्रदेश सरकार 50 माइक्रोन तक की पॉलीथिन बंद करने के बाद अब प्लास्टिक व थर्मोकोल के कप, प्लेट, ग्लास, कटोरी व चम्मच जैसे बर्तन बंद करने की तैयारी कर ही है। इन्हें 15 अगस्त से पूरे प्रदेश में बंद किया जाना है। नगर विकास विभाग जल्द ही इसके लिए आदेश जारी करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में पॉलीथिन, प्लास्टिक व थर्मोकोल को चरणबद्ध तरीके से बंद करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में 15 जुलाई से 50 माइक्रोन तक के प्लास्टिक कैरीबैग प्रतिबंधित किए गए हैं ।
15 अगस्त से प्रतिबंध का दूसरा चरण
अब इसका दूसरा चरण 15 अगस्त से शुरू होना है। इसमें प्लास्टिक व थर्मोकोल के एक बार इस्तेमाल होने वाले बर्तन का विनिर्माण, विक्रय, भंडारण, आयात व परिवहन प्रतिबंधित होगा। इससे न सिर्फ नाले-नालियां जाम हो रहे हैं बल्कि पर्यावरण को भी खासा नुकसान पहुंच रहा है। नगर विकास विभाग ने दूसरे चरण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। विभाग का मुख्य फोकस बाजार में इस प्रतिबंध का असर दिखाई दे, इस पर सबसे अधिक है। इसके लिए कई विभागों के अधिकारियों को भी छापा मारने के अधिकार दिए गए हैं। साथ ही डीएम को सभी विभागों के अफसरों का समन्वय बनाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
पेपर कप-ग्लास के साथ पत्तल का जमाना
प्लास्टिक व थर्मोकोल पर प्रतिबंध लगने के बाद बाजार में पेपर के कप-ग्लास के साथ ही पत्तल का जमाना लौटेगा। पत्ते के दोने व इसकी प्लेट बाजार में बहुतायत से आने लगी हैं। साथ ही व्यापारी प्लास्टिक व थर्मोकोल के बर्तन जल्दी-जल्दी निकालने में लग गए हैं। सरकार का मानना है कि इस प्रतिबंध से पत्तल बनाने वालों का व्यापार बढ़ेगा। मिट्टी के कुल्हड़ की भी बिक्री बढ़ जाएगी। कुम्हारों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने माटी कला बोर्ड भी बनाया है। सरकार इन्हें इलेक्ट्रिक चॉक व बर्तन पकाने के लिए यंत्र भी प्रदान करने जा रही है।
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