नई दिल्ली । ISIS दुनिया का सबसे ख़तरनाक आतंकवादी माना जाता है। ये संगठन इस्लाम के नाम पर दहशत फैलाता है। दुनिया में कई लोग ये समझते हैं कि ये एक मुस्लिम आतंकी संगठन है लेकिन हम आज आपके सामने जो खुलासा करने जा रहे हैं वो आपको चौंका देगा। ये बात कोई और नहीं विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने कही है।
ईराक़ और सीरिया के हिस्सों में अपने आतंक से सत्ता तक हथिया चुके इस संगठन को सीरिया और रूस की फौजों ने खदेड़ा है। ये एक ऐसा संगठन है जिसने दुनिया भर में आतंक फैलाया है। परंतु अभी हम जो बात आपको बताने जा रहे हैं वो आपको हैरान कर देगी। असांजे ने कहा है कि ISIS मुस्लिम संगठन नहीं है। वो कहते हैं कि इसकी स्थापना करने वाले भी मुसलमान नहीं थे और जो अब इसको चला रहे हैं वो भी मुसलमान नहीं हैं।
विकीलीक्स के माध्यम से ये दावा किया गया है कि ISIS की स्थापना अमरीका और इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के द्वारा की गई थी और अब भी इसे यही चलाते हैं।ISIS के नाम पर ये कई देशों में आतंक फैलाते हैं और अपने राजनीतिक मक़सद इस तरह से साधते हैं।इस खुलासे पर अमरीका और इजराइल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। हालांकि आपको बता दें कि कुछ जानकार काफी पहले से इसे अमरीका और इजराइल द्वारा चलाया गया आतंक बताते रहे हैं। जानकारों के मुताबिक़ अमरीका ही इस्लामी देशों में अस्थिरता का जिम्मेदार है।
सीरिया में चले ग्रह युद्ध में अमरीका ने आतंकी संगठन अल-क़ायदा को भी मदद दी है।अमरीका ने यहां अल-कायदा के अल नुसरा फ्रंट को मदद दी है। कई एजेंसी ने इस तरह की खबरें दी हैं कि अल नुसरा फ्रंट के आतंकियों का इलाज अमरीकी सैन्य शिविरों में हो रहा है आउट कुछ का इलाज इजराइल के बड़े अस्पतालों में भी हो रहा है। ये सभी बातें इस ओर इशारा करती हैं कि अमरीका और इजराइल आतंक को बढ़ावा दे रहे हैं।
दोस्तों ये बात ओर शक मैं कई बार ज़ाहिर कर चुका हुँ, मगर मेरे पास कोई इसका पुख़्ता सबूत नहीं थे, बस इसकी गतिविधियों की वजह से कहा था, आज जब ये साबित हो रहा तब मुझे ख़ुशी नहीं फ़िक्र हो रही है इस्लामिक जगत के साथ अपने भारत की कि ये कैसे आंख बंद कर अमेरिका के चुंगल मैं फंसे हैं…?
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