नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड समेत देश के कई हिस्सों में सोमवार और मंगलवार को भयानक तूफान आने की आशंका है। गृहमंत्रालय की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक देश के 13 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में आंधी-तूफान के साथ बारिश की आशंका जताई गई है। पिछले हफ्ते आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाओं से 124 लोगों की मौत और 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश समेत 13 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में आंधी-तूफान की चेतावनी दी है।
आंधी-तूफान आने पर हमें क्या करना चाहिए
आंधी या तूफान आने के समय, किसी भी ऐसी इमारत के पास खडें न हों, जो अत्यधिक पुरानी और जर्जर है। ऐसे स्थान का चयन करें जहां मजबूत दीवार हो, उसके पीछे छुपना अधिक सुरक्षित रहेगा।
यदि आप रास्ते में हैं और तूफान आता है और कहीं छुपने की जगह नहीं मिलती है, तो जिधर से आंधी आ रही है, उसी दिशा में झुककर खडे हो जाएं।
भूलकर भी छत पर न चढें, क्योंकि तूफान की तीव्रता से गिर सकते हैं। यदि तूफान तेज है, तो खुली जमीन पर लेट सकते हैं।
यदि तूफान आने के समय आप गाड़ी चला रहे हैं, तो विशेष सावधानी की जरूरत है। आप अपनी गाड़ी सुरक्षित स्थान पर खडी कर लें, धूल भरे तूफान से सडक पर दिखना बंद हो जाता है, जिससे सड़क दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। खिड़की न खोले, इसे बंद रखें।
ऐसी जगह जो संकरी होती है, वहां पर तूफान का प्रभाव कम रहता है, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें, कि वहां इमारतें जर्जर न हों।
इन बातों को रखें विशेष ध्यान
तूफान आने पर सबसे जरूरी है कि आप अपने चेहरे और आंखों को ढककर रखें। सबसे पहले मास्क लगाएं और फिर गॉगल्स पहन लें। यही नहीं आपको अपने शरीर के बाकि अंगों को भी ढक कर रखना चाहिए। ध्यान रहे कि तूफान के समय जो धूल भरी आंधी चलती है उससे आपको स्किन इंफेक्शन या रैश हो सकते हैं।
अगर आप तूफान में फंस जाते हैं तो सबसे पहले अपने लिए किसी छत की तलाश करें। अगर आप घर के अंदर हैं तो खिड़कियों से दूर रहें।
खिड़कियों और दरवाजों के अच्छी तरह बंद करने के बाद इनके आसपास कोई भारी सामान रख दीजिए। ऐसा करने से तेज हवा आने पर झटका लगने से खिड़की-दरवाजे नहीं खुलेंगे।
अगर खिड़की-दरवाजे कांच के हैं तो मोटे पर्दे से उन्हें कवर कर दें। ऐसा करने से कांच टूटने पर सीधे कमरे के अंदर नहीं आएंगे।
किसी भी तरह के धातु या बिजली के सामान को न छुएं।
अगर आप कोई पनाह नहीं ढूंढ पा रहे हैं तो ऐसी जगह की तलाश करें जहां आस-पास लंबे पेड़, दीवार, बिजली का खंभा या धातु के उपकरण न हों।
अगर आप गाड़ी के अंदर हैं तो ऐसी जगह गाड़ी पार्क करें जहां किसी उड़ती हुई चीज के आने का खतरा न हो।
तूफान आते वक्त अगर गाड़ी के अंदर हैं तो ध्यान रहे कि दरवाजे-खिड़की अच्छी तरह बंद होने चाहिए।
तूफान के वक्त गाड़ी के अंदर रेडियो न चलाएं। ऐसा करने से आप आसमानी बिजली की चपेट में आ सकते हैं।
तूफान के वक्त नहाने से बचना चाहिए। याद रखिए कि पानी में करंट सबसे तेजी से फैलता है।
आंधी-तूफान जैसी स्थितियों से बचने का सबसे बेहतर विकल्प होता है कि आप इस दौरान अपने घरों से बाहर न निकलें। अगर ऑफिस में हैं तो बारिश के बंद होने का इंतजार करें। वहीं, घर पर अपने पास टॉर्च, मोमबत्ती, माचिस और खाने-पीने का सामान रखें।
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